बुर्के में लण्ड छिपाकर लाती हूँ

बुर्के में लण्ड छिपाकर लाती हूँ - 



अरे अम्मी जान, तुम भी कमाल करती हो ? बिना सोंचे समझे ऐसा काम कर लेती हो जिससे सबको परेशानी होने लगती है। अब बताओ आज फिर तुम एक औरत लेकर आ गईं। अब ये भोसड़ी वाली रात भर यहीं रहेगी और अपनी चूत में लण्ड पेलेगी। यहाँ इस घर में चूत वाली बहुत हैं लण्ड वाले कम हैं। इसलिए रात में लण्ड की बड़ी मारा मारी होती है। आपस में अक्सर लण्ड की छीना झपटी होने लगती है। मैं कहती हूँ की मैं लण्ड अपनी चूत में पेलूँगी तो खाला मेरे हाथ से लण्ड छीन कर अपनी बुर में घुसा लेतीं हैं. खाला के हाथ में लण्ड फूफी छीन ले जाती है. फूफी के हाथ से लौड़ा मैं छीन लाती हूँ, मेरे हाथ से खाला की बेटी लौड़ा छीन कर ले जाती है। यही होता रहता है रात भर। अब इसमें कोढ़ में खाज ये और आ गयी बुर चोदी ? ये तो हम सबसे लौड़ा छीन लेगी ? फिर हम सब क्या करेंगीं ? अपनी अपनी झांटें उखाड़ेगीं और क्या ? अम्मी तुमने यह ठीक नहीं किया ? इसे वापस कर दो। कहो तो मैं इसे इसके घर छोड़ आऊं।
अम्मी ने मुस्कराकर कहा - फ़िरोज़ा इस बुर्के में लण्ड है बेटी, बुर नहीं ?
यह बात सुनकर मेरी तो आँखें निकल आईं।
मैंने कहा - अम्मी जान यह तुम क्या कह रही हो ?
वह बोली - जा पहले बुर्का उठा कर देख तो ले बुर चोदी फ़िरोज़ा ? तब तू मुझसे बात कर ?
मेरा नाम फ़िरोज़ा है यह बात तो आपको मालूम ही हो गयी है। मेरी अम्मी का नाम फरज़ाना बेगम है, मेरी खाला जान जमाला बेगम हैं और उसकी बेटी है आसिफ़ा। मेरी और आसिफा दोनों की शादी हो चुकी है। एक बात मैं आपको बता दूँ की मेरी माँ का भोसड़ा साला बड़ा उत्पाती है। मेरी अम्मी एकदम खुली किताब हैं। उसका भोसड़ा किसी का भी लौड़ा अपने अंदर घुसेड़ लेता है। मैं जब १८ + की हुई तो अम्मी ने एक दिन कहा बुर चोदी फ़िरोज़ा अब तू लौड़ा मुंह में लेना शुरू कर दे। लण्ड से दिल लगाना शुरू कर दे। लण्ड चाटना और चूसना शुरू कर दे. मुठ्ठ मार कर लण्ड पीना सीख ले और आखिर में अपनी माँ चुदाना भी शुरू कर दे ? ऐसा करने के लिए तुझे पहले बेशरम होना पड़ेगा, गालियां बकनी पड़ेगीं, सबकी माँ बहन चोदना पड़ेगा और सामूहिक चुदाई में सबसे चुदवाना पड़ेगा और सबके लण्ड चोदने पड़ेंगें। अम्मी की ये खुली खुली मसालेदार बातों ने मेरे दिल में घर कर लिया।
बुर्के में लण्ड छिपाकर लाती हूँ  
हां तो जब अम्मी ने कहा की बुर्के में लण्ड है बुर नहीं तो मुझे यकीन नहीं हुआ। मैं आगे बढ़ी और उसका बुर्का खोलने लगी। मैंने बुर्के की बटन खोलीं और फिर बुर्का झर्र से खींचा तो उसके अंदर एक लड़का निकला वह भी भोसड़ी का पूरा नंगा। उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था। बल्कि उसका लण्ड तन कर खड़ा हुआ था। मैंने लण्ड पकड़ लिया और कहा अम्मी जान तू बिलकुल सही कह रही थी। लेकिन है तू बड़ी हरामजादी भोसड़ी वाली ? लण्ड का शिकार करने का नायाब तरीका निकाला तुमने अम्मी जान ? बुर्के के अंदर एक नंगा लड़का लेकर आ गयी तू ? ऐसा तो कोई सोंच भी नहीं सकता। इसका मतलब है की तुम लण्ड से कितनी मोहब्बत करती हो ? अब तू यह बता की मैं पूरा लण्ड पी लूं की इसे अपनी चूत में पेल लूं या फिर मैं इसे तेरे भोसड़ा में ठोंक दूँ ? अम्मी बोली तू इसे अपनी माँ की बहन की बुर में घुसा दे बुर चोदी फ़िरोज़ा ? मैंने दूसरे हाथ से खाला के सलवार का नाड़ा खोला तो उसकी चूत नंगी हो गयी। मैंने उसे लिटा कर खाला की बुर में लण्ड पेल दिया। मैं मस्ती से खाला की बुर चुदाने लगी। बीच बीच में लण्ड उसकी चूत से निकाल निकाल कर चाटने लगी।
मैंने पूंछा :- अम्मी ये कब तक रहेगा हमारे घर में।
अम्मी ने जबाब दिया :- जब तक यह सबकी बुर अच्छी तरह चोद नहीं लेता और तुम सब इससे अच्छी तरह चुदवा नहीं लेतीं तब तक यह हमारे घर में ही रहेगा और सबकी बुर ऐसे ही चोदता रहेगा।
अम्मी ने बताया यह लड़का मेरी सहेली का २२ साल का बेटा असद है। मैं जब इसके घर गयी तो यह कमरे में एकदम नंगा लेटा हुआ अपना लण्ड सहला रहा था। लण्ड मुझे एक ही झलक में पसंद आ गया। वह सामने टी वी पर ब्लू फिल्म देख रहा था। मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया और कहा बेटा मेरे घर चलो मेरी बेटी चोदो, मेरी बहन की बुर चोदो और उसकी बिटिया की भी बुर ले लो। तुम बड़े फायदे में रहोगे। यहाँ अकेले अकेले सड़का मारने से कोई फायदा नहीं है बेटा ? और देखो कपड़े पहनने की कोई जरुरत नहीं बस तुम मेरा बुरका पहन लो और मेरे साथ नंगे नंगे चले आओ ? इस तरह मैं इसे ले आई। मैं लण्ड चाट रही थी और मन ही मन सोंच रही थी की अम्मी का लण्ड लाने का यह तरीका बड़ा सटीक है। ऐसा तो मैंन

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